प्रेमानंद महाराज ने वृंदावन वासियों को लेकर कही ऐसी बात, हो जाएंगे हैरान… फिर शुरू हो सकती है पदयात्रा

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Premananda Maharaj Vrindavan News: प्रेमानंद महाराज ने अपनी रात्रिकालीन पदयात्रा स्थगित की तो बवाल मच गया। रात्रिकालीन पदयात्रा में शामिल होने आने वाले भक्तों को बाबा के दर्शन नहीं हो पा रहे हैं। इस कारण वे निराश हो रहे हैं। वहीं, अब एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के अध्यक्ष ने भी माफी मांगी है। इस बीच प्रेमानंद महाराज का एक बयान खासी चर्चा में आ गया है।

  • प्रेमानंद जी महाराज की एक बार फिर शुरू हो सकती है रात्रिकालीन पदयात्रा
  • वृंदावन एनआरआई सोसायटी के लोगों के विरोध के बाद रद्द की गई थी यात्रा
  • प्रेमानंद महाराज विरोध के बाद दूसरी राह से कर रहे थे यात्रा, मांगी माफी
Premanand Maharaj
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उत्तर प्रदेश के वृंदावन में प्रेमानंद जी महाराज की रात्रिकालीन पदयात्रा के बंद होने का मामला खासा गरमाया हुआ है। श्रीकृष्ण शरणम से श्रीहित राधा केली कुंज तक रात में निकलने वाली पदयात्रा को विरोध के बाद बंद कर दिया गया था। एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के अध्यक्ष ने रविवार को संत प्रेमानंद महाराज से भेंट कर विरोध के लिए माफी मांगी।

इस राह पर फिर से यात्रा शुरू करने की अपील की। ऐसे में माना जा रहा है की रात को निकलने वाली प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा एक बार फिर शुरू हो सकती है। हालांकि, इस पूरे विवाद के बीच प्रेमानंद महाराज का एक बयान खासी चर्चा में आ गया है। इसमें प्रेमानंद महाराज वृंदावन वासियों को किसी भी स्थिति में नाराज न करने की बात करते दिख रहे हैं।

प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा बंद होने को लेकर मथुरा-वृंदावन से लेकर अन्य कई स्थानों से विरोध के स्वर उठने लगे थे। वृंदावन के लोगों को इस यात्रा को रोके जाने के लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा था। पिछले दिनों बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का भी बयान सामने आया था। इन तमाम मामलों को लेकर अब प्रेमानंद महाराज एक वीडियो में वृंदावन वासियों की महिमा का बखान करते दिखते हैं। साथ ही, किसी को भी वृंदावन के लोगों के प्रति किसी प्रकार का अनादर न करने की सीख दे रहे हैं।

प्रेमानंद महाराज कहते दिख रहे हैं कि वृजवासियों के प्रति थोड़ा भी अपराध भगवत प्राप्ति में बाधा पहुंचा देगा। प्रेमानंद महाराज का वीडियो शनिवार को आश्रम की ओर से सोशल मीडिया साइट पर बने भजन मार्ग पेज पर अपलोड किया गया है। प्रेमानंद महाराज वीडियो में कहते दिख रहे हैं कि यह न सोचे कि हम विरक्त हैं और वह गृहस्थ। यहां सब चिदानंद स्वरूप हैं, जो धाम की रज में मां के गर्भ से प्रकट हुए हैं।

प्रेमानंद महाराज वृज में निवास करने वालों की महिमा का बखान करते हुए कहते हैं कि उनके सौभाग्य की समानता आप तपस्या करके भी प्राप्त नहीं कर सकते। साधना करके उनकी बराबरी नहीं की जा सकती है। उनके चरणों में शीश झुकाने में ही आपका मंगल होगा। उन्होंने कहा कि यहां जो कुल परंपरा के वृजवासी हैं, वृज चौरासी कोस के तहत आने वाली सभी सच्चिदानंद स्वरुप भगवान के निज पार्षद हैं। यह चाहे जैसी रहनी से रह रहे हों। उनके प्रति दोष दृष्टि करना अपना परमार्थ नष्ट कर लेना है।

प्रेमानंद महाराज ने कहा कि अगर इनके प्रति अपराध हो जाए तो फिर धाम का अखंड वास करने पर भी भगवत प्राप्ति नहीं होगी। इनकी रहनी को न देखें। वह क्या कर रहे हैं? क्या कह रहे हैं? कैसे कह रहे हैं? यह नहीं देखना है। भगवत स्वरूप हैं, बस इतना मानना है। वे जो कुछ चाहें करें, पर कोई अगर वृजवासी, वृंदावन वासी पर दोष दृष्टि कर ले।

संत ने कहा कि जब तक इस अपराध का मार्जन नहीं होगा, तब तक वह परम पद को नहीं पा सकेगा। अगर कहीं अपराध किया, किसी बृजवासी का तो हृदय कठोर हो जाएगा, प्यारे जू प्यारी जू के पथ को नहीं पा सकोगे।

एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के अध्यक्ष ने इससे पहले संत प्रेमानंद महाराज से भेंट कर विरोध करने वालों की तरफ से माफी मांगी। उन्होंने कहा कि कुछ यूट्यूबर्स ने कॉलोनी वासियों को भड़काया था। एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के निवासियों ने संत प्रेमानंद महाराज की रात में निकलने वाली पदयात्रा में बैंड बजाने और आतिशबाजी करने का विरोध किया था। इसके बाद प्रेमानंद महाराज ने पैदल यात्रा रोक दी। आश्रम जाने के लिए राह भी बदल दिया।

विरोध के बाद प्रेमानंद महाराज कर से रमणरेती पुलिस चौकी होकर जाने वाले रास्ते का प्रयोग करने लगे। इसके कारण दूर-दराज से उनके दर्शन के लिए आने वाले भक्त मायूस हो रहे हैं। रविवार को समिति के अध्यक्ष आशु शर्मा केली कुंज पहुंचे। परिकरों ने जब समिति के अध्यक्ष का परिचय कराया तो प्रेमानंद महाराज ने कहा कि हमारा तो कोई विरोध नहीं है। हमारा काम है सबको सुख पहुंचाना।

प्रेमानंद महाराज ने कहा कि हमें सुनने में मिला वहां किसी को दुख पहुंचा है, तो हमने रास्ता ही बदल दिया। इस पर अध्यक्ष ने कहा विरोध करने वाले कॉलोनी वासियों को भी पश्चाताप हो रहा है। उनसे रोज बात हो रही है। वह गलती मान रहे हैं, लेकिन हिम्मत नहीं जुटा रहे। उन्होंने प्रेमानंद महाराज से दोबारा यात्रा शुरू करने की बात कही।

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